क्षणिकाएं:अमितेष जैन
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साहित्य शिवपुरी
Thursday 8 December 2011
मुस्कान....
सब कहते है
तुम्हारे चहरे पर
मुस्कान अच्छी लगती है
हमेशा हँसते रहना ......
किसी ने कभी
कहा ही नहीं
मुखौटा उतारने को
~अज़ीम
1 comment:
AMIT SHARMA
4 January 2012 at 23:19
very nice....
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very nice....
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