Tuesday, 6 December 2011

काँच के सपने.......


कांच की तुम,कांच की बाते
कांच के दिन, कांच की राते
कांच का चाँद, कांच की बाहें
कांच के फुल , कांच की राहे
कांच का प्यार, कांच की गर्मी
कांच सा लाड़, कांच की नरमी
कांच की दुनियां, कांच के अपने
कांच की ख्बाव, कांच के सपने
और एक दिन ...
सपने टूट गए ..
अब कांच मुझे चुभता है ...
~अज़ीम

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